Dr Kajbaje's, Madhumeha – Diabetes Speciality Clinics

डायबिटीज से जुड़ी सामान्य मिथक और उनकी सच्चाई

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डायबिटीज, जिसे मधुमेह भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जो आजकल बहुत आम हो गई है। यह एक ऐसी बीमारी है जो शरीर में शुगर के स्तर को प्रभावित करती है। लेकिन इसके बारे में कई मिथक और गलतफहमियां भी हैं जो लोगों के बीच प्रचलित हैं। इस ब्लॉग में हम डायबिटीज से जुड़े कुछ सामान्य मिथकों और उनकी सच्चाई के बारे में चर्चा करेंगे।

डायबिटीज का मतलब है कि आपको मीठा खाना छोड़ना होगा

मिथक

बहुत से लोग मानते हैं कि डायबिटीज होने का मतलब है कि आपको मीठा खाना पूरी तरह से छोड़ना होगा। यह एक बहुत ही सामान्य मिथक है जो लोगों के बीच प्रचलित है।

सच्चाई

सच्चाई यह है कि डायबिटीज के मरीजों को अपने शुगर के स्तर को नियंत्रित करने की जरूरत होती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें मीठा पूरी तरह से छोड़ना होगा। उन्हें अपने आहार में संतुलन बनाना होगा और शुगर का सेवन सीमित मात्रा में करना होगा। इसके अलावा, उन्हें अपने डॉक्टर या डायटीशियन से सलाह लेनी चाहिए कि वे किस प्रकार के मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं।

डायबिटीज केवल मोटे लोगों को होती है

मिथक

यह एक और सामान्य मिथक है कि डायबिटीज केवल उन लोगों को होती है जो मोटे होते हैं।

सच्चाई

हालांकि मोटापा टाइप 2 डायबिटीज के लिए एक जोखिम कारक हो सकता है, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि केवल मोटे लोगों को ही डायबिटीज हो। टाइप 1 डायबिटीज का वजन से कोई संबंध नहीं होता और यह किसी भी वजन के व्यक्ति को हो सकता है। इसके अलावा, टाइप 2 डायबिटीज भी उन लोगों को हो सकती है जो सामान्य वजन के होते हैं। इसलिए, यह कहना गलत होगा कि डायबिटीज केवल मोटे लोगों को होती है।

डायबिटीज का मतलब है कि आपको इंसुलिन लेना होगा

मिथक

कई लोग मानते हैं कि डायबिटीज का मतलब है कि आपको इंसुलिन लेना होगा।

सच्चाई

सच्चाई यह है कि टाइप 1 डायबिटीज के मरीजों को इंसुलिन की जरूरत होती है क्योंकि उनका शरीर इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता। लेकिन टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए यह जरूरी नहीं है। टाइप 2 डायबिटीज के मरीज अपने आहार, व्यायाम और दवाओं के माध्यम से अपने शुगर के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं। हालांकि, कुछ मामलों में, टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को भी इंसुलिन की जरूरत पड़ सकती है, लेकिन यह हर मरीज के लिए जरूरी नहीं है।

डायबिटीज का मतलब है कि आप स्वस्थ नहीं रह सकते

मिथक

यह एक और मिथक है कि डायबिटीज का मतलब है कि आप स्वस्थ नहीं रह सकते।

सच्चाई

डायबिटीज के साथ भी आप स्वस्थ रह सकते हैं, बशर्ते आप अपने शुगर के स्तर को नियंत्रित रखें। इसके लिए आपको अपने आहार, व्यायाम और दवाओं का सही तरीके से पालन करना होगा। नियमित रूप से डॉक्टर से चेकअप कराना और अपने शुगर के स्तर की निगरानी करना भी महत्वपूर्ण है। डायबिटीज के साथ भी आप एक स्वस्थ और सक्रिय जीवन जी सकते हैं।

डायबिटीज का मतलब है कि आपको विशेष आहार की जरूरत है

मिथक

कई लोग मानते हैं कि डायबिटीज के मरीजों को विशेष आहार की जरूरत होती है।

सच्चाई

डायबिटीज के मरीजों को अपने आहार में संतुलन बनाना होता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें विशेष आहार की जरूरत होती है। उन्हें स्वस्थ और संतुलित आहार का पालन करना चाहिए, जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, प्रोटीन और स्वस्थ वसा शामिल हों। उन्हें शुगर और कार्बोहाइड्रेट का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए और अपने आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ानी चाहिए।

डायबिटीज का मतलब है कि आप व्यायाम नहीं कर सकते

मिथक

यह एक और मिथक है कि डायबिटीज के मरीज व्यायाम नहीं कर सकते।

सच्चाई

सच्चाई यह है कि व्यायाम डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह न केवल शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, बल्कि यह वजन को नियंत्रित करने, हृदय स्वास्थ्य को सुधारने और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में भी मदद करता है। डायबिटीज के मरीजों को अपने डॉक्टर से सलाह लेकर एक व्यायाम योजना बनानी चाहिए और नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए।

डायबिटीज का मतलब है कि आप सामान्य जीवन नहीं जी सकते

मिथक

कई लोग मानते हैं कि डायबिटीज का मतलब है कि आप सामान्य जीवन नहीं जी सकते।

सच्चाई

डायबिटीज के साथ भी आप एक सामान्य और खुशहाल जीवन जी सकते हैं। इसके लिए आपको अपने शुगर के स्तर को नियंत्रित रखना होगा और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। आपको अपने आहार, व्यायाम और दवाओं का सही तरीके से पालन करना होगा और नियमित रूप से डॉक्टर से चेकअप कराना होगा। डायबिटीज के साथ भी आप अपने जीवन का आनंद ले सकते हैं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।

“डायबिटीज के साथ भी आप एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं, बशर्ते आप अपने शुगर के स्तर को नियंत्रित रखें।”

निष्कर्ष

डायबिटीज एक गंभीर स्थिति है, लेकिन इसके बारे में कई मिथक और गलतफहमियां हैं जो लोगों के बीच प्रचलित हैं। इन मिथकों को दूर करना और सही जानकारी प्राप्त करना बहुत महत्वपूर्ण है। डायबिटीज के मरीजों को अपने शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए अपने आहार, व्यायाम और दवाओं का सही तरीके से पालन करना चाहिए। इसके अलावा, उन्हें नियमित रूप से डॉक्टर से चेकअप कराना चाहिए और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। डायबिटीज के साथ भी आप एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।

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